महाराष्ट्र

अमित शाह

अमित शाह (जन्म: 22 अक्टूबर 1964) एक भारतीय राजनीतिज्ञ तथा सम्प्रति भारत के गृह मंत्री हैं। इसके पहले वे भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष, भारत के गुजरात राज्य के गृहमंत्री तथा भारतीय जनता पार्टी के महासचिव रह चुके हैं। 2019 के लोकसभा चुनावों में गांधी नगर से लोकसभा के सांसद चुने गए हैं। इसके पहले वे राज्यसभा के सदस्य थे। मोदी सरकार के द्वितीय कार्यकाल में भारत के गृहमंत्री बनाए जाने के बाद उन्होंने ने जम्मू कश्मीर से धारा 370 को हटाने का बड़ा फैसला लिया जो कांग्रेस के सत्ता में रहते प्रायः असम्भव माना जाता था। 

सुशील कुमार शिंदे

सुशीलकुमार संभाजी शिंदे (जन्म 4 सितंबर 1941) महाराष्ट्र राज्य के एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं। वह 26 मई 2014 तक गृह मामलों के मंत्री, मनमोहन सिंह सरकार में ऊर्जा मंत्री और लोकसभा में सदन के नेता थे। उन्होंने पहले 18 जनवरी 2003 से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया था अक्टूबर 2004 तक।

जन्म तथा शिक्षा

शिवराज पाटिल

शिवराज विश्वनाथ पाटिल (जन्म 12 अक्टूबर 1935) एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं जो 2004 से 2008 तक भारत के गृह मंत्री और 1991 से 1996 तक लोकसभा के 10वें अध्यक्ष रहे। वे पंजाब राज्य के राज्यपाल और पंजाब के प्रशासक थे । 2010 से 2015 तक केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ । इससे पहले उन्होंने 1980 के दशक के दौरान इंदिरा गांधी और राजीव गांधी मंत्रिमंडल में रक्षा मंत्री के रूप में कार्य किया।

शंकरराव चव्हाण

महाराष्ट्र राज्य के चौथे मुख्यमंत्री 'शंकरराव भाऊराव चव्हाण' का जन्म 14 जुलाई 1920 को महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले के पैठन गाँव में हुआ था। उनके पिता का नाम भाऊराव चव्हाण और उनकी माता का नाम लक्ष्मीबाई चव्हाण था।

मोरारजी देसाई

मोरारजी देसाई (29 फ़रवरी 1896 – 10 अप्रैल 1995) भारत के स्वाधीनता सेनानी राजनेता और देश के चौथे प्रधानमंत्री (सन् 1977 से 79) थे। वह प्रथम प्रधानमंत्री थे जो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के बजाय अन्य दल से थे। वही एकमात्र व्यक्ति हैं जिन्हें भारत के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न एवं पाकिस्तान के सर्वोच्च सम्मान निशान-ए-पाकिस्तान से सम्मानित किया गया था।

यशवंतराव चव्हाण

यशवन्तराव बलवन्तराव चव्हाण (12 मार्च 1913 - 25 नवम्बर 1984) मुम्बई राज्य के विभाजन के बाद महाराष्ट्र के पहले मुख्यमंत्री और भारत के पाँचवें उप-प्रधानमन्त्री थे। वे एक मजबूत कांग्रेस नेता, स्वतन्त्रता सेनानी, सहकारी नेता, सामाजिक कार्यकर्ता और लेखक थे। उन्हें आम लोगों के नेता के रूप में जाना जाता था। उन्होंने अपने भाषणों और लेखों में दृढ़ता से समाजवादी लोकतन्त्र की वकालत की और महाराष्ट्र में किसानों की बेहतरी के लिए सहकारी समितियों को स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।