पश्चिमी चम्पारण
Submitted by admin on Sun, 06/22/2025 - 18:05इतिहास
इतिहास
सिन्धु जल संधि, नदियों के जल के वितरण के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच हुई एक संधि है। इस सन्धि में विश्व बैंक (तत्कालीन 'पुनर्निर्माण और विकास हेतु अंतरराष्ट्रीय बैंक') ने मध्यस्थता की। इस संधि पर कराची में 19 सितंबर, 1960 को भारत के प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और पाकिस्तान के राष्ट्रपति अयूब खान ने हस्ताक्षर किए थे।
फतेहपुर सीकरी एक नगर है जो कि मुगल सम्राट अकबर ने सन् 1571 में बसाया था। वर्तमान में यह आगरा जिला का एक नगरपालिका बोर्ड है। यह भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित है। यह यहाँ के मुगल साम्राज्य में अकबर के राज्य में 1571 से 1585 तक मुगल साम्राज्य की राजधानी रही फिर इसे खाली कर दिया गया, शायद पानी की कमी के कारण। यह सिकरवार राजपूत राजा की रियासत थी जो बाद में इसके आसपास खेरागढ़ और मध्यप्रदेश के मुरैना जिले में बस गए। फतेहपुर सीकरी मुसलिम वास्तुकला का सबसे अच्छा उदाहरण है। फतेहपुर सीकरी मस्जिद के बारे में कहा जाता है कि यह मक्का की मस्जिद की नकल है और इसके
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भदोही जिला, भारतीय राज्य उत्तर प्रदेश का एक जिला है। जिले का मुख्यालय ज्ञानपुर में है। पहले यह वाराणसी जिले में था। यह जिला प्रयागराज और वाराणसी के बीच मे स्थित है। यह जिला प्रयागराज, जौनपुर, वाराणसी, मिर्जापुर की सीमाओं को स्पर्श करता है। यहाँ का कालीन उद्योग विश्वप्रसिद्ध है और कृषि के बाद दूसरा प्रमुख रोजगार का स्रोत है।
इतिहास
श्री भोलानाथ (बी.पी. सरोज)
मछलीशहर (Machhlishahr) भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के जौनपुर ज़िले में स्थित एक नगर है। मछलीशहर उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख नगर और व्यापारिक स्थान है। पूर्वी उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में स्थित मछलीशहर को तहसील का दर्जा प्राप्त है। नेशनल हाइवे 31 मछलीशहर से होकर गुजरता है जो पश्चिमी तरफ प्रतापगढ़ रायबरेली और लखनऊ को मछलीशहर से जोड़ता है तो पूर्वी तरफ जौनपुर और बनारस से मछलीशहर को जोड़ता है। मछलीशहर सुरक्षित लोकसभा सीट है जिसके तहत पांच विधानसभा आती हैं। मछलीशहर - जंघई - भदोही चार-लेन हाईवे निर्माणाधीन है, जिससे इस क्षेत्र के विकास को गति मिलेगी।
जौनपुर (Jaunpur) भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के जौनपुर ज़िले में स्थित एक नगर है। यह ज़िले का मुख्यालय भी है।पहले इस जिले पर गुप्त वंश का आधिपत्य था। जौनपुर एक ऐतिहासिक शहर है। मध्यकालीन भारत में शर्की शासकों की राजधानी रहा जौनपुर वाराणसी से 58 किलोमीटर और प्रयागराज से 100 किलोमीटर दूर उत्तर दिशा में गोमती नदी के तट पर बसा है। मध्यकालीन भारत में जौनपुर सल्तनत (1394 और 1479 के बीच) उत्तरी भारत का एक स्वतंत्र राज्य था। वर्तमान राज्य उत्तर प्रदेश जौनपुर सल्तनत के अंतर्गत आता था, जिसपर शर्की शासक जौनपुर से शासन करते थे | अवधी यहाँ की मुख्य भाषा है।
भारतीय जनता पार्टी
व्यक्तिगत जीवन और शिक्षा बघेल का जन्म 1960 में भटपुरा, उमरी, इटावा जिला, उत्तर प्रदेश में हुआ था। उनका जन्म धनगर (गड़रिया) परिवार में हुआ था। वर्तमान में वह आगरा से लोकसभा के सदस्य हैं , जो अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है । उनके पिता रामभरोसे सिंह और माता रामश्री देवी थीं। बघेल की शादी 30 नवंबर 1989 को हुई और उनके दो बच्चे हैं। बघेल के पास कानून में स्नातक की डिग्री, विज्ञान में स्नातकोत्तर की डिग्री और डॉक्टरेट की डिग्री है। उन्होंने मध्य प्रदेश के ग्वालियर में महाराजा जीवाजी राव विश्वविद्यालय और उत्तर प्रदेश के मेरठ में मेरठ विश्वविद्यालय में पढ़ाई की। कैरियर 1998, 199
आगरा भारत के उत्तर प्रदेश राज्य का एक जिला है। आगरा शहर यमुना नदी के तट पर स्थित एक महानगर है। यह राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली के 206 किलोमीटर (128 मील) दक्षिण में स्थित है। भारत की 2011 की जनगणना के अनुसार 15,85,704 की जनसंख्या के साथ आगरा उत्तर प्रदेश का चौथा और भारत का 23वां सर्वाधिक जनसंख्या वाला नगर है।
इतिहास
इतिहास और राजस्व प्रमाणों के अनुसार दिल्ली के बादशाह, शाहजहाँ, ने सरवट (SARVAT) नाम के परगना को अपने एक सरदार सैयद मुजफ़्फ़र खान को जागीर में दिया था जहाँ पर 1633 में उसने और उसके बाद उसके बेटे मुनव्वर लश्कर खान ने मुजफ़्फ़र नगर नाम का यह शहर बसाया।
अनसारी, श्री अफजाल
अग्रवाल, श्री राजेन्द्र
आज़मगढ़ (Azamgarh) भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के आज़मगढ़ ज़िले में स्थित एक नगर है। यह ज़िले का मुख्यालय भी है और तमसा नदी (टोंस नदी) के तट पर बसा हुआ है। जिले में प्राचीन शिव मंदिर है जो भंवरनाथ मंदिर या भैरव बाबा के नाम से प्रख्यात है। आजमगढ में एक महाराजा सुहेलदेव राज्य विश्वविद्यालय है। आजमगढ़ मुख्यालय के उत्तर दिशा में रौनापार थाना है रौनापार थाना क्षेत्र का सबसे बड़ा मार्केट चांदपट्टी है। आजमगढ़ एक यादव बाहुल्य इलाका है , मुगल
ग़ाज़ीपुर भारत के उत्तर प्रदेश प्रान्त का एक शहर एवं गाजीपुर जिले का मुख्यालय है। यह गंगा नदी के किनारे स्थित है। यह नगर उत्तर प्रदेश और बिहार की सीमा के बहुत समीप स्थित है। यहाँ की स्थानीय भाषा भोजपुरी एवं हिंदी है। यह बनारस से 70 कि०मी० पूर्व में स्थित है। गाजीपुर को लहुरी काशी भी कहा जाता है। गाजीपुर जिले के बहुत से युवा भारतीय सेना से जुङे हुए हैं इसलिए गाजीपुर जिले को वीरो की धरती भी कहा जाता है। मरणोपरान्त परमवीर चक्र से सम्मानित वीर अब्दुल हमीद यहीं के रहने वाले थें। एशिया का सबसे बड़ा गांव गहमर इसी जिले का हिस्सा है। जहां आज भी लगभग सभी घरों के न्य
मेरठ भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के मेरठ ज़िले में स्थित एक नगर है। यह ज़िले का मुख्यालय और पश्चिमी उत्तर प्रदेश का एक बड़ा शहर है। मेरठ दिल्ली से 72 किमी (44 मील) उत्तर पूर्व में स्थित है। मेरठ राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (ऍन.सी.आर) का हिस्सा है। यहाँ भारतीय सेना की एक छावनी भी है। यह उत्तर प्रदेश के सबसे तेजी से विकसित और शिक्षित होते क्षेत्रों में से एक है।
इतिहास
उत्तर प्रदेश भारत का सबसे बड़ा (जनसंख्या के आधार पर) राज्य और क्षेत्रफल की दृष्टि के आधार पर चौथा सबसे बड़ा राज्य है। लखनऊ प्रदेश की प्रशासनिक व विधायिक राजधानी है और प्रयागराज न्यायिक राजधानी है। आगरा, अयोध्या, अलीगढ़, कानपुर, अंबेडकर नगर, झाँसी,ललितपुर, बरेली, मेरठ, बुलंदशहर वाराणसी, गोरखपुर, बस्ती, संत कबीर नगर मथुरा, मुरादाबाद, प्रदेश के अन्य महत्त्वपूर्ण शहर हैं। राज्य के उत्तर में उत्तराखण्ड तथा हिमाचल प्रदेश, पश्चिम में हरियाणा, दिल्ली तथा राजस्थान, दक्षिण में मध्य प्रदेश तथा छत्तीसगढ़ और पूर्व में बिहार तथा झारखंड राज्य स्थित हैं। इनके अतिरिक्त राज
ग़ज़ा पट्टी इस्रायल के दक्षिण-पश्चिम में स्थित एक 6-10 कि॰मी॰ चौड़ी और कोई 45 कि॰मी॰ लम्बा क्षेत्र है। इसके तीन ओर इसरायल का नियन्त्रण है और दक्षिण में मिस्र है। हालाँकि जमीन के सिर्फ दो तरफ इसरायल है पर पश्चिम की दिशा में भूमध्यसागर में इसकी जलीय सीमा इसरायल द्वारा नियन्त्रित होती है।
एस सोमनाथ का पूरा नाम (S. Somanath Full Name) इनका पूरा नाम श्रीधर पाड़ीकर सोमनाथ/श्रीधर पाणिकर सोमनाथ है और संक्षेप में लोग इन्हें एस सोमनाथ कहकर बुलाते हैं।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO, इसरो) भारत का राष्ट्रीय अंतरिक्ष संस्थान है जिसका मुख्यालय कर्नाटक राज्य के बंगलौर में है। संस्थान का मुख्य कार्यों में भारत के लिये अंतरिक्ष सम्बधी तकनीक उपलब्ध करवाना व उपग्रहों, प्रमोचक यानों, साउन्डिंग राकेटों और भू-प्रणालियों का विकास करना शामिल है। 1962 में एक समिति जिसका नाम 'अंतरिक्ष अनुसंधान के लिए भारतीय राष्ट्रीय समिति' (इनकोस्पार) के रूप में इसकी स्थापना की गई थी। परंतु 15 अगस्त 1969 को एक संगठन के रूप में इसका पुनर्गठन किया गया और इसे वर्तमान नाम भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) कहकर बुलाया जाने लगा।
चंद्रयान-3 चांद पर खोजबीन करने के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा तैयार किया गया तीसरा चंद्र मिशन है। इसमें चंद्रयान-2 के समान एक लैंडर और एक रोवर है, लेकिन इसमें ऑर्बिटर नहीं है।
चंद्रयान-२ या चंद्रयान द्वितीय, चंद्रयान-1 के बाद चन्द्रमा पर खोजबीन करने वाला दूसरा अभियान है, जिसे इसरो ने विकसित किया है। अभियान को जीएसएलवी मार्क 3 प्रक्षेपण यान द्वारा प्रक्षेपित (लॉन्च) किया गया। इस अभियान में भारत में निर्मित एक चंद्र ऑरबिटर, एक रोवर एवं एक लैंडर शामिल हैं। इन सब का विकास इसरो द्वारा किया गया है। भारत ने चंद्रयान-2 को 22 जुलाई 2019 को श्रीहरिकोटा रेंज से भारतीय समयानुसार दोपहर 02:43 बजे सफलता पूर्वक प्रक्षेपित किया।
चन्द्रयान (अथवा चंद्रयान-1) भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के चंद्र अन्वेषण कार्यक्रम के अंतर्गत चंद्रमा की तरफ कूच करने वाला भारत का पहला अंतरिक्ष यान था। इस अभियान के अन्तर्गत एक मानवरहित यान को 22 अक्टूबर, 2008 को चन्द्रमा पर भेजा गया और यह 30 अगस्त, 2009 तक सक्रिय रहा। यह यान ध्रुवीय उपग्रह प्रमोचन यान (पोलर सेटलाईट लांच वेहिकल, पी एस एल वी) के एक संशोधित संस्करण वाले राकेट की सहायता से सतीश धवन अंतरिक्ष केन्द्र से प्रक्षेपित किया गया। इसे चन्द्रमा तक पहुँचने में 5 दिन लगे पर चन्द्रमा की कक्षा में स्थापित करने में 15 दिनों का समय लग गया। चंद्रयान ऑर्बि
चित्रदुर्ग कर्नाटक के 30 जिलों में से एक और ऐतिहासिक महत्व वाला स्थान है जो बेंगलुरु से 200 किलोमीटर दूर उत्तर पश्चिम में स्थित है। इसमें चित्रदुर्ग, मोलकालमुर, होलालकेरे, हिरियुरू, चल्लकेरे और होसदुर्गा जैसे तालुक शामिल हैं। चित्रदुर्ग अपने विचित्र मिथकों, पाषाण युग के मानव आवासों, प्राचीन, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व के स्थलों से समृद्ध होने के कारण बहुत विशिष्ट है, यह हजारों वर्षों की सभ्यता और प्राचीनता और आधुनिकीकरण के मिश्रण वाला स्थान रहा है।
कर्नाटक जिसे कर्णाटक भी कहते हैं, दक्षिण भारत का एक राज्य है। इस राज्य का सृजन 1 नवंबर, 1956 को राज्य पुनर्संगठन अधिनियम के अधीन किया गया था। मूलतः यह मैसूर राज्य कहलाता था और 1973 में इसे पुनर्नामकरण कर कर्नाटक नाम मिला था। कर्नाटक की सीमाएं पश्चिम में अरब सागर, उत्तर पश्चिम में गोआ, उत्तर में महाराष्ट्र, पूर्व में आंध्र प्रदेश, दक्षिण-पूर्व में तमिल नाडु एवं दक्षिण में केरल से लगती हैं। राज्य का कुल क्षेत्रफल 74,122 वर्ग मील (1,91,976 वर्ग कि॰मी॰) है, जो भारत के कुल भौगोलिक क्षेत्र का 5.83% है। यह राज्य आठवां सबसे बड़ा राज्य है और इसमें 29 जिले हैं। राज्
तमिल नाडु भारत का एक दक्षिणी राज्य है। तमिल नाडु की राजधानी चेन्नई (चेऩ्ऩै) है। तमिल नाडु के अन्य महत्त्वपूर्ण नगर मदुरै, त्रिचि (तिरुच्चि), कोयम्बतूर (कोऽयम्बुत्तूर), सेलम (सेऽलम), तिरूनेलवेली (तिरुनेल्वेऽली) हैं। इसके पड़ोसी राज्य आन्ध्र प्रदेश, कर्नाटक और केरल हैं। तमिल नाडु में बोली जाने वाली प्रमुख भाषा तमिल है। तमिल नाडु के वर्तमान मुख्यमन्त्री एम॰ के॰ स्टालिन और राज्यपाल रविन्द्र नारायण रवि हैं।
नामकरण
द्रविड़ मुनेत्र कषगम
नीलगिरि (तमिलनाडु)
व्यक्तिगत विवरण
जन्म स्थान
वेलूर, जिला-पेरांबलूर (तमिल नाडु)
नीलगिरी, अपने प्राकृतिक आकर्षण और सुखद जलवायु के कारण, यूरोपीय लोगों के लिए विशेष आकर्षण का स्थान था। 1818 में, मिस्टर व्हिश और किंडरस्ले, जो कोयंबटूर के कलेक्टर के सहायक थे, ने रेंगास्वामी शिखर के पास कोटागिरी स्थान की खोज की। कोयंबटूर के तत्कालीन कलेक्टर जॉन सुलिवन को देश के इस हिस्से में बहुत दिलचस्पी थी। उन्होंने वहां अपना निवास स्थापित किया और 31 जुलाई 1819 को राजस्व बोर्ड को रिपोर्ट किया।
अण्डमान और निकोबार द्वीपसमूह भारत का एक केन्द्र शासित प्रदेश है। ये बंगाल की खाड़ी के दक्षिण में हिन्द महासागर में स्थित है। अण्डमान और निकोबार द्वीप समूह लगभग 572 छोटे बड़े द्वीपों से मिलकर बना है जिनमें से सिर्फ कुछ ही द्वीपों पर लोग रहते हैं। इसकी राजधानी पोर्ट ब्लेयर है।
1999 का ओड़िशा चक्रवाती तूफ़ान उत्तर हिंद महासागर का सबसे शक्तिशाली चक्रवाती तूफ़ान था। यह तूफ़ान की केंद्रीय दबाव 192 मिलिबार था, जो एक रिकॉर्ड है। यह तूफ़ान अक्टूबर 25, 1999 को बना. 29 अक्टूबर को यह चक्रवात ओड़िशा राज्य के पाराद्वीप इलाके पर 260 की.मी. प्रति घंटे के हवाओं की गति से अपना प्रभाव दिखाया। 15000 लोगों की मृत्यु के साथ इस तूफ़ान ने सड़कों और इमारतों को गंभीर रूप से क्षति पहुचाई।
चक्रवात (साइक्लोन) घूमती हुई वायुराशि का नाम है।
उत्पत्ति के क्षेत्र के आधार पर चक्रवात के दो भेद हैं :
(1) उष्ण कटिबंधीय चक्रवात या वलकियक चक्रवात (Tropical cyclone), तथा
(2) बाह्योष्णकटिबंधीय चक्रवात या शीतोष्णकटिबंधीय चक्रवात या उष्णवलयपार चक्रवात (Extratropical cyclone या Temperate cyclones)
अमित शाह (जन्म: 22 अक्टूबर 1964) एक भारतीय राजनीतिज्ञ तथा सम्प्रति भारत के गृह मंत्री हैं। इसके पहले वे भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष, भारत के गुजरात राज्य के गृहमंत्री तथा भारतीय जनता पार्टी के महासचिव रह चुके हैं। 2019 के लोकसभा चुनावों में गांधी नगर से लोकसभा के सांसद चुने गए हैं। इसके पहले वे राज्यसभा के सदस्य थे। मोदी सरकार के द्वितीय कार्यकाल में भारत के गृहमंत्री बनाए जाने के बाद उन्होंने ने जम्मू कश्मीर से धारा 370 को हटाने का बड़ा फैसला लिया जो कांग्रेस के सत्ता में रहते प्रायः असम्भव माना जाता था।
राजनाथ सिंह जन्म 10 जुलाई, 1951 वाराणसी, उत्तर प्रदेश, भारत) भारत के एक प्रमुख राजनीतिज्ञ और वर्तमान में भारत के रक्षा मंत्री हैं। वर्तमान में राजनाथ सिंह लखनऊ से सांसद हैं। वे भारत के गृह मंत्री रह चुके हैं तथा वर्तमान सत्ता दल भारतीय जनता पार्टी के पूर्व अध्यक्ष हैं। वह पहले भाजपा के युवा स्कंध के और भाजपा की उत्तर प्रदेश (जो उनका गृह राज्य भी है), ईकाई के अध्यक्ष थे। प्रारंभ में वे भौतिकी के व्याख्याता थे, कर्म भूमि मिर्जापुर रही पर, शीघ्र जनता पार्टी से जुड़ने के लिए उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से अपने दीर्घ संबंधों का उपयोग किया, जिसके कारण वे उत
सुशीलकुमार संभाजी शिंदे (जन्म 4 सितंबर 1941) महाराष्ट्र राज्य के एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं। वह 26 मई 2014 तक गृह मामलों के मंत्री, मनमोहन सिंह सरकार में ऊर्जा मंत्री और लोकसभा में सदन के नेता थे। उन्होंने पहले 18 जनवरी 2003 से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया था अक्टूबर 2004 तक।
जन्म तथा शिक्षा
पलनिअप्पन चिदंबरम (जन्म 16 सितंबर 1945) जिन्हें पी चिदंबरम के नाम से जाना जाता है एक भारतीय राजनेता और वकील हैं जो वर्तमान में संसद सदस्य राज्यसभा के रूप में कार्य करते हैं। उन्होंने 2017 से 2018 तक गृह मामलों की संसदीय स्थायी समिति के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया।
शिवराज विश्वनाथ पाटिल (जन्म 12 अक्टूबर 1935) एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं जो 2004 से 2008 तक भारत के गृह मंत्री और 1991 से 1996 तक लोकसभा के 10वें अध्यक्ष रहे। वे पंजाब राज्य के राज्यपाल और पंजाब के प्रशासक थे । 2010 से 2015 तक केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ । इससे पहले उन्होंने 1980 के दशक के दौरान इंदिरा गांधी और राजीव गांधी मंत्रिमंडल में रक्षा मंत्री के रूप में कार्य किया।
लालकृष्ण आडवाणी (जन्म: 8 नवम्बर 1927) भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं। भारतीय जनता पार्टी को भारतीय राजनीति में एक प्रमुख पार्टी बनाने में उनका योगदान सर्वोपरि कहा जा सकता है। वे कई बार भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं। जनवरी 2008 में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ने लोकसभा चुनावों को आडवाणी के नेतृत्व में लड़ने तथा जीत होने पर उन्हें प्रधानमंत्री बनाने की घोषणा की थी।
भारतीय साम्यवादी आन्दोलन में उत्कृष्ट नेता, भारतीय मजदूर आन्दोलन के शिखर पुरुषों में से एक, एटक तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के पूर्व महासचिव तथा प्रखर सांसद इन्द्रजीत गुप्त का जन्म 15 मार्च 1919 ईस्वी में कलकत्ता में हुआ था। आपके पिता सतीश गुप्त आई.सी.एस.
रबीन्द्रनाथ ठाकुर (7 मई 1861 – 7 अगस्त 1941) विश्वविख्यात कवि साहित्यकार, दार्शनिक और भारतीय साहित्य के नोबल पुरस्कार विजेता हैं। उन्हें गुरुदेव के नाम से भी जाना जाता है। बांग्ला साहित्य के माध्यम से भारतीय सांस्कृतिक चेतना में नयी जान फूँकने वाले युगदृष्टा वे ही थे। वे एशिया के प्रथम नोबेल पुरस्कार सम्मानित व्यक्ति हैं। वे एकमात्र कवि हैं जिसकी दो रचनाएँ दो देशों का राष्ट्रगान बनीं - भारत का राष्ट्र-गान 'जन गण मन' और बाँग्लादेश का राष्ट्रीय गान 'आमार सोनार बांङ्ला' गुरुदेव की ही रचनाएँ हैं।
हरदनहल्ली डोडेगौडा देवगौडा(जन्म 18 मई 1933) भारत के बारहवें प्रधानमंत्री हैं। उनका कार्यकाल सन् 1996 से 1997 तक रहा। इसके पूर्व 1994 से 1996 तक वे कर्नाटक राज्य के मुख्यमंत्री भी रहे।
श्री एच.डी. देवेगौड़ा समाज के हर वर्ग को धैर्यपूर्वक सुनने के लिए जाने जाते हैं और इस प्रकार उन्हें 'मिट्टी का पुत्र' कहा जाता था। अपने कार्य दिवसों के दौरान, वह विधानसभा की पुस्तकालय में किताबें पढ़ने में भी रुचि रखते थे। इसके अलावा, वह संसद की प्रतिष्ठा और गरिमा को बनाए रखने के लिए लोकप्रिय है।
जीवनी
मुरली मनोहर जोशी जी का जन्म 5 जनवरी सन् 1934 को दिल्ली में हुआ था। उनका पैतृक निवास-स्थान वर्तमान उत्तराखण्ड के कुमायूँ क्षेत्र में है। उन्होंने अपना एम॰एस॰सी॰ इलाहाबाद विश्वविद्यालय से किया जहाँ प्राध्यापक राजेन्द्र सिंह उनके एक शिक्षक थे। यहीं से उन्होंने अपनी डॉक्टोरेट की उपाधि भी अर्जित की। उनका शोधपत्र स्पेक्ट्रोस्कोपी पर था। अपना शोधपत्र हिन्दी भाषा में प्रस्तुत करने वाले वे प्रथम शोधार्थी हैं। बाद में वे राष्ट्रीय राजनीति में आ गये।
प्ररम्भिक जीवन
उनका जन्म 17 अप्रैल 1927 में पूर्वी उत्तरप्रदेश के बलिया जिले के इब्राहिमपट्टी का एक कृषक परिवार में हुआ था। इनकी स्कूली शिक्षा भीमपुरा के राम करन इण्टर कॉलेज में हुई। उन्होंने एम ए डिग्री इलाहाबाद विश्वविद्यालय से किया। उन्हें विद्यार्थी राजनीति में एक "फायरब्रान्ड" के नाम से जाना जाता था। विद्यार्थी जीवन के पश्चात वह समाजवादी राजनीति में सक्रिय हुए।
राजनैतिक जीवन
मुफ़्ती मोहम्मद सईद (12 जनवरी 1936 - 7 जनवरी 2016) भारत के जम्मू और कश्मीर राज्य के मुख्यमंत्री थे। वे जम्मू और कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के अध्यक्ष थे। वे भारत के गृह मंत्री भी रहे। इस पद पर आसीन होने वाले वे पहले मुस्लिम भारतीय थे। 7 जनवरी 2016 को दिल्ली में उनका निधन हुआ।
बूटा सिंह (21 मार्च 1934 - 2 जनवरी 2021) एक भारतीय राजनीतिज्ञ और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता थे। वह भारत के केंद्रीय गृह मंत्री बिहार के राज्यपाल थे और 2007 से 2010 तक राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष थे।
प्रारंभिक जीवन
महाराष्ट्र राज्य के चौथे मुख्यमंत्री 'शंकरराव भाऊराव चव्हाण' का जन्म 14 जुलाई 1920 को महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले के पैठन गाँव में हुआ था। उनके पिता का नाम भाऊराव चव्हाण और उनकी माता का नाम लक्ष्मीबाई चव्हाण था।
व्यक्तिगत जीवन
1931 में 10 वर्षीय नरसिम्हा राव की शादी सत्यम्मा से हुई जो उन्हीं की उम्र की लड़की थी जो उनके ही समुदाय की थी और समान पृष्ठभूमि वाले परिवार से थी। विवाह जो उनके परिवारों द्वारा सामान्य भारतीय तरीके से आयोजित किया गया था पूरी तरह से सामंजस्यपूर्ण था और यह उनके पूरे जीवन तक चला। श्रीमती 1 जुलाई 1970 को सत्यम्मा का निधन हो गया।
अविभाजित मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर स्वर्गीय प्रकाश चंद्र सेठी मुख्यमंत्री पुराने जमाने के सबसे कठिन दौर में कांग्रेस के संकटमोचक के रूप में प्रकाश चंद सेठी का नाम लिया जाता है। इंदिरा गांधी के राजनीतिक काल में सबसे महत्वपूर्ण किरदार निभाने वाले प्रकाश चंद सेठी अविभाजित मध्यप्रदेश के आठवें मुख्यमंत्री बने थे। वे दो बार मुख्यमंत्री बने उज्जैन से ताल्लुक रखने वाले विधायक प्रकाश चंद्र सेठी 29 जनवरी 1972 को प्रथम बार मुख्यमंत्री बने दूसरी बार 23 मार्च 1972 को मुख्यमंत्री बने जिनका कार्यकाल 23 दिसंबर 1975 तक रहा।
मोरारजी देसाई (29 फ़रवरी 1896 – 10 अप्रैल 1995) भारत के स्वाधीनता सेनानी राजनेता और देश के चौथे प्रधानमंत्री (सन् 1977 से 79) थे। वह प्रथम प्रधानमंत्री थे जो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के बजाय अन्य दल से थे। वही एकमात्र व्यक्ति हैं जिन्हें भारत के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न एवं पाकिस्तान के सर्वोच्च सम्मान निशान-ए-पाकिस्तान से सम्मानित किया गया था।
चौधरी चरण सिंह (23 दिसंबर 1902 - 29 मई 1987) वह भारत के किसान राजनेता एवं पाँचवें प्रधानमंत्री थे। उन्होंने यह पद 28 जुलाई 1979 से 14 जनवरी 1980 तक संभाला। चौधरी चरण सिंह ने अपना संपूर्ण जीवन भारतीयता और ग्रामीण परिवेश की मर्यादा में जिया।
जीवनी
कासु ब्रह्मानंद रेड्डी (28 जुलाई 1909 - 20 मई 1994) 29 फरवरी 1964 से 30 सितंबर 1971 तक संयुक्त आंध्र प्रदेश भारत के मुख्यमंत्री थे। 3 जून 1977 को उन्हें भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अध्यक्ष चुना गया।
प्रारंभिक जीवन
उमाशंकर दीक्षित जी का जन्म 12 जनवरी 1901 ई.
इन्दिरा प्रियदर्शिनी गाँधी (जन्म उपनाम: नेहरू) (19 नवंबर 1917-31 अक्टूबर 1984) वर्ष 1966 से 1977 तक लगातार 3 पारी के लिए भारत गणराज्य की प्रधानमन्त्री रहीं और उसके बाद चौथी पारी में 1980 से लेकर 1984 में उनकी राजनैतिक हत्या तक भारत की प्रधानमंत्री रहीं। वे भारत की प्रथम और अब तक एकमात्र महिला प्रधानमंत्री रहीं।
प्रारंभिक जीवन
यशवन्तराव बलवन्तराव चव्हाण (12 मार्च 1913 - 25 नवम्बर 1984) मुम्बई राज्य के विभाजन के बाद महाराष्ट्र के पहले मुख्यमंत्री और भारत के पाँचवें उप-प्रधानमन्त्री थे। वे एक मजबूत कांग्रेस नेता, स्वतन्त्रता सेनानी, सहकारी नेता, सामाजिक कार्यकर्ता और लेखक थे। उन्हें आम लोगों के नेता के रूप में जाना जाता था। उन्होंने अपने भाषणों और लेखों में दृढ़ता से समाजवादी लोकतन्त्र की वकालत की और महाराष्ट्र में किसानों की बेहतरी के लिए सहकारी समितियों को स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
गुलजारीलाल नन्दा (4 जुलाई 1898 - 15 जनवरी 1998) एक भारतीय राजनीतिज्ञ थे। उनका जन्म सियालकोट, पंजाब, पाकिस्तान में हुआ था। वे 1964 में प्रथम भारतीय प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की मृत्युपश्चात् भारत के प्रधानमंत्री बने। कांग्रेस पार्टी के प्रति समर्पित गुलज़ारी लाल नंदा प्रथम बार पंडित जवाहरलाल नेहरू की मृत्यु के बाद 1964 में कार्यवाहक प्रधानमंत्री बनाए गए। दूसरी बार लाल बहादुर शास्त्री की मृत्यु के बाद 1966 में यह कार्यवाहक प्रधानमंत्री बने। इनका कार्यकाल दोनों बार उसी समय तक सीमित रहा जब तक की कांग्रेस पार्टी ने अपने नए नेता का चयन नहीं कर लिया।
लालबहादुर शास्त्री (जन्म: 2 अक्टूबर 1904 मुगलसराय (वाराणसी) : मृत्यु: 11 जनवरी 1966 ताशकन्द सोवियत संघ रूस, भारत के दूसरे प्रधानमन्त्री थे। वह 9 जून 1964 से 11 जनवरी 1966 को अपनी मृत्यु तक लगभग अठारह महीने भारत के प्रधानमन्त्री रहे। इस प्रमुख पद पर उनका कार्यकाल अद्वितीय रहा। शास्त्री जी ने काशी विद्यापीठ से शास्त्री की उपाधि प्राप्त की। भारत की स्वतन्त्रता के पश्चात शास्त्रीजी को उत्तर प्रदेश के संसदीय सचिव के रूप में नियुक्त किया गया था। गोविंद बल्लभ पंत के मन्त्रिमण्डल में उन्हें पुलिस एवं परिवहन मन्त्रालय सौंपा गया। परिवहन मन्त्री के कार्यकाल में उन्हो
पंडित गोविन्द बल्लभ पन्त या जी॰बी॰ पन्त (जन्म 1 सितम्बर 1887 - 7 मार्च 1961) प्रसिद्ध स्वतन्त्रता सेनानी और वरिष्ठ भारतीय राजनेता थे। वे उत्तर प्रदेश राज्य के प्रथम मुख्य मन्त्री और भारत के चौथे गृहमंत्री थे। सन 1957 में उन्हें भारतरत्न से सम्मानित किया गया। गृहमंत्री के रूप में उनका मुख्य योगदान भारत को भाषा के अनुसार राज्यों में विभक्त करना तथा हिन्दी को भारत की राजभाषा के रूप में प्रतिष्ठित करना था।
प्रारम्भिक जीवन
गृह मंत्री
कार्यकाल
31 जनवरी 1957 - 11 मार्च 1962
पूर्ववर्ती भगवंतराव मंडलोई थे
संचालन भगवंतराव मंडलोई ने किया
चौथे रक्षा मंत्री
कार्यकाल
10 जनवरी 1955 - 30 जनवरी 1957
चक्रवर्ती राजगोपालाचारी (दिसम्बर 10, 1878 - दिसम्बर 25, 1972) भारत के वकील, लेखक, राजनीतिज्ञ और दार्शनिक थे। वे राजाजी नाम से भी जाने जाते हैं। वे स्वतन्त्र भारत के द्वितीय गवर्नर जनरल और प्रथम भारतीय गवर्नर जनरल थे।10 अप्रैल 1952 से 13 अप्रैल 1954 तक वे मद्रास प्रान्त के मुख्यमंत्री रहे। वे दक्षिण भारत के कांग्रेस के प्रमुख नेता थे किन्तु बाद में वे कांग्रेस के प्रखर विरोधी बन गए तथा स्वतंत्र पार्टी की स्थापना की। वे गांधीजी के समधी थे। (राजाजी की पुत्री लक्ष्मी का विवाह गांधीजी के सबसे छोटे पुत्र देवदास गांधी से हुआ था।) उन्होंने दक्षिण
वल्लभभाई झावेरभाई पटेल (31 अक्टूबर 1874 – 15 दिसम्बर 1950०), जो सरदार पटेल के नाम से लोकप्रिय थे एक भारतीय राजनीतिज्ञ थे। उन्होंने भारत के पहले उप-प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया। वे एक भारतीय अधिवक्ता और राजनेता थे जो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता और भारतीय गणराज्य के संस्थापक पिता थे जिन्होंने स्वतंत्रता के लिए देश के संघर्ष में अग्रणी भूमिका निभाई और एक एकीकृत स्वतंत्र राष्ट्र में अपने एकीकरण का मार्गदर्शन किया। भारत और अन्य जगहों पर उन्हें अक्सर हिंदी उर्दू और फ़ारसी में सरदार कहा जाता था जिसका अर्थ है "प्रमुख"। उन्होंने भारत के राजनीत
संग्राम सिंह II (24 मार्च 1690 - 11 जनवरी 1734) भारत के मेवाड़ के शासक थे । उन्होंने 1710 से 1734 तक शासन किया। उनका उत्तराधिकारी उनका पुत्र जगत सिंह द्वितीय था ।
महाराणा अमर सिंह सिसोदिया द्वितीय मेवाड़, राजस्थान के शिशोदिया राजवंश के शासक थे।अमर सिंह अमर सिंह के नाम से भी जाना जाता है 1698 में और 1710 में उनकी मृत्यु के साथ उनका राज्य काल समाप्त हुआ। उन के शासनकाल में मुगल अपनी शक्तियों को खो दिया मुगलों ने और इसे उन्हें स्वतंत्र होने का एक मौका मिल गया परंतु औरंगजेब की मृत्यु के बाद उन्होंने बहादुर शाह प्रथम की बढ़ती शक्ति के कारण और उन्होंने खुद को शांति और मुगलों के अधीन ही रखा।उनका जन्म 1672 ईसवी में हुआ था और 38 वर्ष की अवस्था में उनका स्वर्गवास हो गया।
जय सिंह (5 दिसंबर 1653 - 23 सितंबर 1698) मेवाड़ साम्राज्य के महाराणा थे जिन्होंने 1680 से 1698 तक शासन किया। वह महानारा राज सिंह प्रथम के पुत्र थे । जय सिंह ने मुगल बादशाह औरंगजेब के खिलाफ कई लड़ाईयां लड़ीं । 1680-81 में उसने अपने कुलीन दयालदास को मालवा भेजा। दयालदास ने धार और मांडू पर अधिकार कर लिया। उसने उन शहरों को लूटा और मुगल सेना के खिलाफ कई लड़ाइयाँ लड़ीं। उन्होंने आमेर की कछवा राजकुमारी दयावती बाई (1650-1683) से विवाह किया जिनकी प्रसव के दौरान मृत्यु हो गई। उन्होंने 1685 में ढेबर झील का निर्माण किया जिसे जयसमंद के नाम से भी जाना जाता है।
राज सिंह प्रथम (24 सितम्बर 1629 – 22 अक्टूबर 1680) मेवाड़ के शिशोदिया राजवंश के शासक (राज्यकाल 1652 – 1680) थे। वे जगत सिंह प्रथम के पुत्र थे। उन्होने औरंगजेब के अनेकों बार विरोध किया।
महाराणा जगतसिंह प्रथम कर्ण सिंह द्वितीय के बाद उसका पुत्र जगतसिंह-प्रथम महाराणा बना। महाराणा जगतसिंह का राज्याभिषेक 28 अप्रैल 1628 ई. को किया गया था
महाराणा करण सिंह द्वितीयमेवाड़ राजस्थान के शिशोदिया राजवंश के शासक थे उनके पिता राणा अमरसिंह थे। पहले मेवाड़ी राजकुमार जो मुगल दरबार मे गए तथा सर्वप्रथम मुगल दरबार मे मनसबदारी प्राप्त की।
राणा अमर सिंह (1597 – 1620 ई० ) मेवाड़ के शिशोदिया राजवंश के शासक थे। वे महाराणा प्रताप के पुत्र तथा महाराणा उदयसिंह के पौत्र थे।
प्रारंभिक जीवन और राज्याभिषेक
महाराणा प्रताप सिंह सिसोदिया ( ज्येष्ठ शुक्ल तृतीया रविवार विक्रम संवत 1597 तदनुसार 9 मई 1540 – 19 जनवरी 1597) उदयपुर मेवाड़ में सिसोदिया राजवंश के राजा थे। उनका नाम इतिहास में वीरता शौर्य, त्याग, पराक्रम और दृढ प्रण के लिये अमर है। उन्होंने मुगल बादशहा अकबर की अधीनता स्वीकार नहीं की और कई सालों तक संघर्ष किया किंतु महाराणा प्रताप अकबर से हल्दीघाटी के युद्ध में हार गए थे ।
रौपदी मुर्मू (जन्म : 20 जून 1958) भारत की 15वीं और वर्तमान राष्ट्रपति के रूप में सेवारत एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं। वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सदस्या थी। वह भारत के राष्ट्रपति के रूप में चुने जाने वाली जनजातीय समुदाय से संबंधित पहली व्यक्ति हैं। मुर्मू, प्रतिभा पाटिल के बाद भारत की राष्ट्रपति के रूप में सेवा करने वाली दूसरी महिला हैं। प्रबुद्ध सोसाइटी द्रौपदी मुर्मू को प्रबुद्ध महिला सम्राट से अलंकृत किया है!
जगदीप धनखड़ (जन्म 18 मई 1951) एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं जो भारत के निर्वाचित 14वें उपराष्ट्रपति हैं। उन्होंने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के रूप में कार्य किया। वह भारतीय जनता पार्टी के सदस्य हैं। उन्होंने चंद्रशेखर मंत्रालय में संसदीय मामलों के राज्य मंत्री के रूप में कार्य किया। उन्होंने 2022 का चुनाव 74.37% वोटों के साथ जीता और 1992 के चुनाव के बाद से चुनाव-जीत का अंतर सबसे अधिक दर्ज किया।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
मुप्पवरपु वेंकय्य नायुडु जन्म: 1 जुलाई 1949 भारत के भूतपूर्व उपराष्ट्रपति 14वें हैं। वे 2002 से 2004 तक भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं। केंद्र में विभिन्न विभागों के मंत्री पदों को भी सुशोभित कर चुके है। भारत के सत्ताधारी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक संघ (एनडीए) ने 17 जुलाई 2017 को उन्हें भारत के उपराष्ट्रपति पद का प्रत्याशी घोषित किया। 5 अगस्त 2017 को हुए चुनाव में गोपालकृष्ण गाँधी को पराजित करके वे भारत के 14वें उपराष्ट्रपति निर्वाचित हुए और 11 अगस्त 2017 को उपराष्ट्रपति बने।
रामनाथ कोविन्द (जन्म: 1 अक्टूबर 1945) एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं जिन्होंने भारत गणराज्य के 14वें राष्ट्रपति के रूप में सेवा दी। वे 25 जुलाई 2017 को 14वें राष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित हुए। 25 जुलाई 2017 को भारतीय उच्चतम न्यायालय के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश जे एस खेहर ने उन्हें भारत के राष्ट्रपति के पद की शपथ दिलायी। वे राज्यसभा सदस्य तथा बिहार राज्य के राज्यपाल रह चुके हैं। माननीय रामनाथ कोविंद प्रबुद्ध सोसाइटी के प्रेरणा श्रोत है तथा हमारे देश के प्रबुद्ध सम्राट है।
जीवन परिचय
उदयसिंह द्वितीय (जन्म 04 अगस्त 1522 - 28 फरवरी 1572 ,चित्तौड़गढ़ दुर्ग, राजस्थान, भारत) मेवाड़ के एक महाराणा और उदयपुर शहर के संस्थापक थे। ये मेवाड़ साम्राज्य के 53वें शासक थे। उदयसिंह मेवाड़ के शासक राणा सांगा (संग्राम सिंह) के चौथे पुत्र थे जबकि बूंदी की रानी कर्णावती इनकी माँ थीं।
बनवीर (1540 में मृत्यु) जिसे बनबीर के नाम से भी जाना जाता है 1536 और 1540 के बीच मेवाड़ साम्राज्य के शासक थे। वह राणा सांगा के भतीजे थे जो उनके भाई पृथ्वीराज और उनकी पासवान से पुत्र थे। बनवीर राज्य में राजनीतिक अस्थिरता के युग में मेवाड़ के सिंहासन को जीतने में सफल हुए जो 1528 में सांगा की मृत्यु के बाद शुरू हुआ। 1536 में मेवाड़ के प्रमुखों की सहायता से उन्होंने विक्रमादित्य की हत्या कर दी और राजवंश के अगले शासक बन गए। अपने प्रशासनिक सुधारों के बावजूद वह अपने अवैध जन्म के कारण मेवाड़ रईसों का समर्थन पाने में असफल रहा। वह 1540 में मरावली के युद्ध में उदयसिं
विक्रमादित्य सिंह (1517 - 1536) मेवाड़ साम्राज्य के महाराणा थे वह एक सिसोदिया राजपूत और राणा सांगा के पुत्र और उदय सिंह द्वितीय के बड़े भाई थे। वह गुजरात सल्तनत से हार गया था और मेवाड़ के रईसों के साथ अपने गुस्सैल स्वभाव के कारण अलोकप्रिय था। अपने शासनकाल के दौरान 1535 में गुजरात के बहादुर शाह ने चित्तौड़ को बर्खास्त कर दिया था।
महाराणा रतन सिंह द्वितीय (Maharana Ratan Singh II), महाराणा सांगा (संग्राम सिंह) के पुत्र थे। महाराणा सांगा के 7 पुत्र थे जिनमें से तीन पुत्रों की मृत्यु महाराणा सांगा के जीवित रहते ही हो गई।
30 January 1528 ईस्वी को महाराणा सांगा के पुत्र महाराणा रतन सिंह द्वितीय मेवाड़ के महाराणा बने क्योंकि जीवित बचे तीन भाइयों विक्रमादित्य, उदय सिंह और रतन सिंह में यह सबसे बड़े थे।
राणा सांगा (महाराणा संग्राम सिंह) (12 अप्रैल 1482 - 30 जनवरी 1528) (राज 1509-1528) उदयपुर में सिसोदिया राजपूत राजवंश के राजा थे तथा राणा रायमल के सबसे छोटे पुत्र थे।
परिचय
राणा रायमल (1473 -1509) मेवाड के राजपूत राजा थे। वे राणा कुम्भा के पुत्र थे। उनके शासन के आरम्भिक दिनों में ही मालवा के शासक घियास शाह ने चित्तौड़ पर आक्रमण किया किन्तु उसे सफलता नहीं मिली। इसके शीघ्र बाद घियास शाह के सेनापति जफर खान ने मेवाड़ पर आक्रमण किया किन्तु वह भी मण्डलगढ़ और खैराबाद में पराजित हुआ। रायमल ने राव जोधा की बेटी शृंगारदेवी से विवाह करके राठौरों से शत्रुता समाप्त कर दी। रायमल ने रायसिंह टोडाऔर अजमेर पर पुनः अधिकार कर लिया। उन्होने मेवाड़ को भी शक्तिशाली बनाया तथा चित्तौड़गढ़ चित्तौड़ के एकनाथ जी मंदिर का पुनर्निर्माण कराया।रायमल के अंतिम
उदय सिंह ने 1468 में अपने पिता राणा कुंभा की हत्या कर दी और उसके बाद हत्यारा (हत्यारा) के रूप में जाना जाने लगा। 1473 में खुद उदय की मृत्यु हो गई, मृत्यु का कारण कभी-कभी बिजली गिरने के परिणामस्वरूप बताया गया था लेकिन उनके पिता राणा कुंभा की मृत्यु का बदला लेने के लिए उनके अपने भाई राणा रायमल द्वारा भी हत्या किए जाने की संभावना थी।
महाराणा कुम्भा या महाराणा कुम्भकर्ण (मृत्यु 1468 ई.) सन 1433 से 1468 तक मेवाड़ के राजा थे। भारत के राजाओं में उनका बहुत ऊँचा स्थान है। उनसे पूर्व राजपूत केवल अपनी स्वतंत्रता की जहाँ-तहाँ रक्षा कर सके थे। कुंभकर्ण ने मुसलमानों को अपने-अपने स्थानों पर हराकर राजपूती राजनीति को एक दोहरा रूप दिया। इतिहास में ये 'राणा कुंभा' के नाम से अधिक प्रसिद्ध हैं। महाराणा कुम्भा को चित्तौड़ दुर्ग का आधुनिक निर्माता भी कहते हैं क्योंकि इन्होंने चित्तौड़ दुर्ग के अधिकांश वर्तमान भाग का निर्माण कराया।
राणा मोकल मेवाड़ के राणा लाखा तथा ( मारवाड़ की राजकुमारी ) रानी हंंसाबाई केे पुत्र थे।
महाराणा मोकल सिंह मेवाड़ साम्राज्य के महाराणा थे। वह महाराणा लाखा सिंह के पुत्र थे, अपने पिता की तरह, महाराणा मोकल एक उत्कृष्ट निर्माता थे। उन्होंने न केवल अपने पिता लाखा द्वारा शुरू किए गए भवनों को पूरा किया, बल्कि कई नए भी बनवाए। समाधिश्वर का मंदिर जो की भोज परमार द्वारा निर्मित था, उसकी मरम्मत महाराणा मोकल ने करवाई थी जिसे मोकल जी का मंदिर भी कहा जाता है।
राणा लाखा ( 1382 ई.- 1421 ई. ) चित्तौड़ मेवाड़ में सिसोदिया राजपूत राजवंश राजा थेे इनके पिता का नाम राणा क्षेत्र सिंह था।
जब राणा लाखा गद्दी पर बैठे,तब मेवाड़ आर्थिक समस्याओं से ग्रसित था, लेकिन लाखा के शासनकाल में ही जावर नामक स्थान पर चाँदी की खान निकल आती है जो की एशिया की सबसे बडी चाँदी की खान है जिससे लाखा की समस्त आर्थिक समस्याएँ हल हो जाती हैं, इसी घटना से राणा लाखा का शासनकाल उन्नति की ओर बढ जाता है |
खेता या क्षेत्र सिंह (निधन 1382) मेवाड़ साम्राज्य के शासक थे। इनके पिता का नाम राणा हम्मीर सिंह था जबकि इनके उत्तराधिकार राणा लखा हुए इन्होंने अजमेर और मांडलगढ़ में शासन किया था।
राणा क्षेत्र सिंह जिन्होंने 1364 ईस्वी से 1382 ईस्वी तक मेवाड़ राज्य शासन किया था क्षेत्र सिंह राणा हम्मीर सिंह की सन्तान थे। इन्होंने अजमेर और मांडलगढ़ पर शासन किया था जबकि मंदसौर और छप्पन पर भी राज काज किया था। उनका निधन एक युद्ध के दौरान 1382 में हो गया था इसके बाद इनके उत्तराधिकारी इनके ही पुत्र राणा लाखा हुए थे।
सिसोदिया गुहिल वंश की उपशाखा है जिसका राजस्थान के इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान है। राहप जो कि चित्तौड़ के गुहिल वंश के राजा के पुत्र थे शिशोदा ग्राम में आकर बसे जिस से उनके वंशज सिसोदिया कहलाये । सिसोदिया सूर्यवंशी राजपूत हैं।
राहप ने मंडोर के राणा मोकल परिहार को पराजित कर उसका विरद छीना था तब से राहप और उसके वंशजों की उपाधी राणा हुई।
प्रारम्भिक जीवन
प्रारंभिक जीवन
श्री अंसारी का जन्म पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में 1 अप्रैल 1937 को हुआ था। उनकी शिक्षा-दीक्षा सेंट एडवर्डस हाई-स्कूल शिमला सेंट जेवियर्स महाविद्यालय कोलकाता और अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय में हुई।
प्रारंभिक जीवन
भैरोंसिंह शेखावत (23 अक्टूबर 1923 - 15 मई 2010) भारत के उपराष्ट्रपति थे। वे 19 अगस्त 2002 से 21 जुलाई 2007 तक इस पद पर रहे। वे 1977 से 1980, 1990 से 1992 और 1993 से 1998 तक राजस्थान के मुख्यमंत्री भी रहे। वे भारतीय जनता पार्टी के सदस्य थे।
नंदिनी गुप्ता एक भारतीय मॉडल और ब्यूटी पेजेंट टाइटलहोल्डर हैं जिन्हें फेमिना मिस इंडिया वर्ल्ड 2023 का ताज पहनाया गया था। खिताब जीतने से उन्हें मिस वर्ल्ड 2024 में भारत का प्रतिनिधित्व करने का अधिकार मिला।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
गुप्ता का जन्म कोटा राजस्थान में हुआ था। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा सेंट पॉल सीनियर सेकेंडरी स्कूल से पूरी की। वह लाला लाजपत राय कॉलेज, मुंबई से बिजनेस मैनेजमेंट में डिग्री हासिल कर रही हैं।
कृष्ण कांत (28 फरवरी 1927 - 27 जुलाई 2002) एक भारतीय राजनीतिज्ञ थे जिन्होंने 1997 से अपनी मृत्यु 2002 तक भारत के दसवें उपराष्ट्रपति के रूप में कार्य किया। पूर्व में वह 1990 से 1997 तक आंध्र प्रदेश के राज्यपाल थे। चंडीगढ़ से लोकसभा (1977-1980) और हरियाणा से राज्यसभा के सदस्य (1966-1972, 1972-1977)
प्रारंभिक जीवन
अवुल पकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम (A P J Abdul Kalam) जो मिसाइल मैन और जनता के राष्ट्रपति नाम से भी जाने जाते हैं भारतीय गणतंत्र के ग्यारहवें निर्वाचित राष्ट्रपति थे। वे भारत के पूर्व राष्ट्रपति जानेमाने वैज्ञानिक और अभियंता (इंजीनियर) के रूप में विख्यात थे। उन्होंने सिखाया जीवन में चाहें जैसे भी परिस्थिति क्यों न हो पर जब आप अपने सपने को पूरा करने की ठान लेते हैं तो उन्हें पूरा करके ही रहते हैं। अब्दुल कलाम मसऊदी के विचार आज भी युवा पीढ़ी को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं।
कोचेरिल रमन नारायणन (27 अक्टूबर 1920 - 9 नवंबर 2005) एक भारतीय राजनेता राजनायिक, अकादमिक और राजनीतिज्ञ थे, जिन्होंने 1992 से 1997 तक भारत के नौवें उपराष्ट्रपति और दसवें 1997 से 2002 तक भारत के राष्ट्रपति।
गोपाल स्वरूप पाठक (26 फरवरी 1896 - 4 अक्टूबर 1982) अगस्त 1969 से अगस्त 1974 तक भारत के चौथे उपराष्ट्रपति थे।
26 फरवरी 1896 को उत्तर-पश्चिमी प्रांत के बरेली में जन्मे, उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय में कानून का अध्ययन किया।
डॉ शंकरदयाल शर्मा (19 अगस्त 1918- 26 दिसंबर 1999) भारत के नवें राष्ट्रपति थे। इनका कार्यकाल 25 जुलाई 1992 से 25 जुलाई 1997 तक रहा। राष्ट्रपति बनने से पूर्व आप भारत के आठवे उपराष्ट्रपति भी थे आप भोपाल राज्य के मुख्यमंत्री (1952-1956) रहे तथा मध्यप्रदेश राज्य में कैबिनेट स्तर के मंत्री के रूप में उन्होंने शिक्षा, विधि, सार्वजनिक निर्माण कार्य, उद्योग तथा वाणिज्य मंत्रालय का कामकाज संभाला था। केंद्र सरकार में वे संचार मंत्री के रूप में (1974-1977) पदभार संभाला। इस दौरान भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष (1972-1974) भी रहे।
रामस्वामी वेंकटरमण 4 दिसंबर 1910 - 27 जनवरी 2009) भारत के 8वें राष्ट्रपति थे। वे 1987 से 1992 तक इस पद पर रहे। राष्ट्रपति बनने के पहले वे 4 वर्षों तक भारत के उपराष्ट्रपति रहे। मंगलवार को 27 जनवरी को लंबी बीमारी के बाद उनका निधन हो गया। वे 98 वर्ष के थे। राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री समेत देश भर के अनेक राजनेताओं ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने 2:30 बजे दिल्ली में सेना के रिसर्च एंड रेफरल हॉस्पिटल में अंतिम साँस ली। उन्हें मूत्राशय में संक्रमण (यूरोसेप्सिस) की शिकायत के बाद विगत 12 जनवरी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वे साँस सं
ज्ञानी जैल सिंह जन्म जरनैल सिंह 5 मई 1916 - 25 दिसंबर 1994 पंजाब के एक भारतीय राजनीतिज्ञ थे, जिन्होंने 1982 से 1987 तक भारत के सातवें राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया। वह पहले सिख थे और किसी पिछड़ी जाति से राष्ट्रपति बनने वाले पहले व्यक्ति।
नीलम संजीव रेड्डी (19 मई , 1913 - 1 जून , 1996) भारत के छठे राष्ट्रपति थे। उनका कार्यकाल 25 जुलाई 1977 से 25 जुलाई 1982 तक रहा। आन्ध्र प्रदेश के कृषक परिवार में जन्मे नीलम संजीव रेड्डी की छवि कवि, अनुभवी राजनेता एवं कुशल प्रशासक के रूप में थी। इनका सार्वजनिक जीवन उत्कृष्ट था। सन 1977 के आम चुनाव में जब इंदिरा गांधी की पराजय हुई, उस समय नव-गठित राजनीतिक दल जनता पार्टी ने इनको राष्ट्रपति का प्रत्याशी बनाया। वे भारत के पहले गैर काँग्रेसी राष्ट्रपति थे। वे अक्टूबर 1956 में आन्ध्र प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री बनें और दुसरी बार फिर 1962 से 1964 तक यह पद संभाला। उन
बसप्पा दानप्पा जत्ती - (10 सितंबर 1912 - 7 जून 2002) भारत के पांचवें उपराष्ट्रपति थे, जो 1974 से 1979 तक कार्यरत थे। वह 11 फरवरी से 25 जुलाई तक भारत के कार्यवाहक राष्ट्रपति थे। 1977. उन्होंने कर्नाटक के मुख्यमंत्री के रूप में भी कार्य किया। पांच दशक लंबे उतार-चढ़ाव भरे राजनीतिक करियर के दौरान जत्ती एक नगर पालिका सदस्य से भारत के दूसरे सबसे बड़े पद तक पहुंचे।
प्रारंभिक जीवन
फखरुद्दीन अली अहमद (13 मई 1905 - 11 फरवरी 1977) एक भारतीय वकील और राजनीतिज्ञ थे, जिन्होंने 1974 से 1977 तक भारत के पांचवें राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया।
मुहम्मद हिदायतुल्लाह मसऊदी, (17 दिसम्बर 1905 - 18 सितंबर 1992) भारत के पहले मुस्लिम मुख्य न्यायाधीश थे।ये मध्यप्रदेश के प्रथम न्यायधीश भी रहे तथा उन्होंने दो अवसरों पर भारत के कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में भी कार्यभार संभाला था। इसके साथ ही वो एक पूरे कार्यकाल के लिए भारत के छठे उपराष्ट्रपति भी रहे। नया रायपुर में स्थित हिदायतुल्लाह राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय का नाम उनके नाम पर रखा गया है।
हिदायतुल्लाह की इच्छा
वराहगिरी वेंकट गिरी या वी वी गिरी (10 अगस्त 1894 - 24 जून 1980) भारत के राजनेता एवं देश के तीसरे उपराष्ट्रपति तथा चौथे राष्ट्रपति थे। उनका जन्म ब्रह्मपुर, ओड़िशा में हुआ था। उन्हें 1975 में भारत के सर्वोच्च नागरिक अलंकरण भारत रत्न से सम्मानित किया गया। वी वी गिरी भारत के प्रथम कार्यवाहक राष्ट्रपति थे।
वी.वी. गिरि पदस्थ राष्ट्रपति ज़ाकिर हुसैन की मृत्यु के बाद कार्यवाहक राष्ट्रपति बने - 3 मई 1969 - 20 जुलाई 1969
डाक्टर ज़ाकिर हुसैन (8 फरवरी, 1897 - 3 मई, 1969) स्वतंत्रता सेनानी एवं भारत के तीसरे राष्ट्रपति तथा प्रथम मुस्लिम राष्ट्रपति थे जिनका कार्यकाल 13 मई 1967 से 3 मई 1969 तक था। डा. ज़ाकिर हुसैन का जन्म 8 फ़रवरी, 1897 ई.
डॉ॰ सर्वपल्ली राधाकृष्णन भारत के प्रथम उप-राष्ट्रपति (1952 — 1962) और द्वितीय राष्ट्रपति रहे। वे भारतीय संस्कृति के संवाहक, प्रख्यात शिक्षाविद, महान दार्शनिक और एक आस्थावान हिन्दू विचारक थे। उनके इन्हीं गुणों के कारण सन् 1954 में भारत सरकार ने उन्हें सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से अलंकृत किया था। उनका जन्मदिन (5 सितम्बर) भारत में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है।
डॉ राजेन्द्र प्रसाद भारत के प्रथम राष्ट्रपति एवं महान भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थे। वे भारतीय स्वाधीनता आंदोलन के प्रमुख नेताओं में से थे और उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में प्रमुख भूमिका निभाई। उन्होंने भारतीय संविधान के निर्माण में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया था। राष्ट्रपति होने के अतिरिक्त उन्होंने भारत के पहले मंत्रिमंडल में 1946 एवं 1947 में कृषि और खाद्यमंत्री का दायित्व भी निभाया था। सम्मान से उन्हें प्रायः 'राजेन्द्र बाबू' कहकर पुकारा जाता है।
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